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भूला फ़साना कोई, गुज़रा ज़माना कोई..
संगीत में बड़ी शक्ति होती है, ये बात सभी जानते हैं और मानते भी हैं. लेकिन कभी कभी हम इस बात को भूल से...
1975 के पटना बाढ़ पर लिखी फणीश्वरनाथ रेणु की दिलचस्प रिपोर्टिंग
इन दिनों दिल्ली में बारिश खूब हो रही है, जम कर बादल बरस रहे हैं. ऐसे में अपने शहर पटना की याद आना लाजमी...
कुछ पल के लिए ही सही, एक कीड़े ने पुराना समय याद दिलाया।
कल की सुबह बेहद आम थी. मैं घर से काम पर निकला. सुबह दस बजे की मेट्रो लेता हूँ मैं. मेरे मेट्रो रूट पर...
हमारे एयरकंडीशनर हमसे हमारे मौसम छीन रहे हैं, और हमें इसकी खबर ही नहीं
मैं अपने स्कूल के दिनों की बातें करूँ, तो मुझे गर्मियों के दिन प्यारे लगते थे. कई वजह थे इसके. हम उन दिनों सरकारी...
खुद से बातें करते लोग भी अजीब होते हैं
"Talk to yourself at least once in a day otherwise you may miss a meeting with an Excellent person in this world." यह बात स्वामी...
कैसे भूलोगे मेरा नाम – यूफोरिया, एक ऐसा बैंड जो कभी धुम मचाता था
पिछले दो दिनों से दिल्ली का मौसम खूब सुहाना हो गया है. बारिश हो रही है और सुबह और शाम ठंडी हवाएं चल रही...
याद कर लेना कभी हमको भी भूले भटके – बिस्मिल और अशफ़ाक़ की शायरी
अक्सर हम अब अपनी ज़िन्दगी में और बेवजह के मसलों में ऐसा उलझ कर रह जाते हैं, कि बहुत सी बातें हम भूलते चले...
तेईस मार्च को : भगत सिंह पर लिखी गयी कुछ कवितायें
उन दिनों जब भगत सिंह को फांसी की ख़बरें सुनाई जा रही थी, लोगों ने खूब कवितायेँ लिखी उनके लिए. खूब आलेख छपे भगत...