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Personal Blog

वो मौसम थे शादियों के

शादियों का मौसम भी बड़ा अजीब होता है न। घर में हर तरफ चहल-पहल, सारे परिवार-रिश्ते के लोग एक जगह मिल-बैठकर बातें करते हैं।...

मैं हूँ आज की नारी – नारी शक्ति पर लिखी एक कविता

मैं हूँ आज की नारी.. मैं ही दुर्गा हूँ, मैं ही सरस्वती... मैं कृष्ण की राधा भी हूँ.. और सीता भी.. फिर आज क्यों, अक्सर लज्जित भी होना पड़ता है...

जब हम ग्रीटिंग्स कार्ड और चिट्ठी लिखते थे

आज मेरी बहन निमिषा का जन्मदिन है। सुबह जब ऑफिस जा रहा था, तो फोन करके मैंने निमिषा को जन्मदिन की बधाई दी, और...

एक छोटी बच्ची और उसका फूलों का गुलदस्ता..

बात आज शाम की है, जब मैं ऑफिस से वापस घर आ रहा था। एक ऐसी बात हुई जो वैसे तो कोई बड़ी नहीं...

बहन की बातें, एक बार फिर…हैप्पी बर्थडे टू माई सिस्टर

बहनों का संसार भी कितना प्यारा होता है, हम भाइयों के लिए बहनों के दामन में कितना प्यार होता है। ज़माने की उलझन आपको...

मेरे चार दोस्त-कुछ पुरानी यादों के नशे में – एक और भाग

अभी सुबह जो मैंने ब्लॉग पोस्ट लिखा, उसी को आगे बढ़ाते हुए ये पोस्ट है... कल वाला नशा आज भी दिन भर बरकरार रहा।...

छोटे छोटे भाइयों(बहनों) के बड़े भैया

कल शाम मैं IPL देख रहा था कि अचानक मेरी छोटी बहन निमिषा का एक SMS आया। वह SMS कुछ खास नहीं था, एक...

कुछ पुरानी यादों के नशे में – भाग 1

यह पोस्ट मेरी उन यादों के लिए है जो मेरे दिल के बेहद करीब हैं। पोस्ट पढ़ने से पहले कृपया इन पंक्तियों पर एक...

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