शादियों में यूं तो सैकड़ों काम होते हैं, लेकिन सबसे बड़े और महत्वपूर्ण काम होता है वो है शादी के कार्ड सेलेक्ट करने का काम. कुछ लोगों के लिए ये काम ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं होता और बिना ज्यादा सोच विचार किये वो सिंपल का कोई कार्ड चुन लेते हैं, लेकिन बहुत से लोगों के लिए शादियों के कार्ड चुनने का काम बहुत झंझट वाला और कठिन काम होता है. बहुत से लोगों के लिए शादी के कार्ड बहुत मायने रखते हैं. वो बड़े ध्यान से शादी के कार्ड चुनते हैं. मेरे ख्याल से तो शादी के कार्ड एक इम्प्रैशन बना देते हैं आपके गेस्ट के दिल-ओ-दिमाग में. अगर खूब बेहतरीन कार्ड है, और आपने खूब ध्यान रखकर, सोच विचार कर कार्ड चुना है, और उसमें कंटेंट भी बड़ा अच्छा दिया है, तो आने वाले गेस्ट आपके कार्ड से ही इम्प्रेस से हो जाते हैं.आज से कुछ साल पहले तक शादी के कार्ड चुनना उतना कठिन काम नहीं था. पहले आप्शन भी ज्यादा नहीं थे लोगों के पास. शादी के कार्ड के डिजाईन में उतनी ज्यादा वैरायटी भी नहीं थी. लेकिन अब समय के साथ साथ चीज़ों में बदलाव आया है. अब शादी के कार्ड के लिए तो कुछ लोग एक्सपर्ट्स तक को हाइर करते हैं, जो कार्ड के डिजाईन से लेकर उसके कंटेंट तक की जिम्मेदारी लेते हैं और. पहले कार्ड डिजाईन के छोटे दुकान होते थे, और बड़े शहरों में एक दो बड़े शोरूम. लेकिन अब लगभग हर शहर में शादियों के कार्ड के बड़े बड़े शोरूम खुल गए हैं, जहाँ आपको हर तरह के नए और इनोवेटिव शादियों के कार्ड मिल जायेंगे.
दिल्ली की बात करें तो यहाँ का शादियों के कार्ड का सबसे बड़ा मार्केट है चावरी बाज़ार का मार्केट. आज शादियों के कार्ड सेलेक्ट करने के लिए मैं भी चावरी बाज़ार घूम आया. वैसे तो पुरानी दिल्ली घुमने का मुझे बस बहाना चाहिए होता है, लेकिन आज ख़ास तौर पर कार्ड के डिजाईन देखने ही चावरी बाज़ार गया था. यहाँ इस मार्केट में शादियों के कार्ड की खरीदारी के लिए दुसरे शहर से भी लोग दिल्ली आते हैं और यहाँ शादियों के कार्ड का आर्डर देते हैं. बहुत लोग तो यहाँ सिर्फ कार्ड के डिजाईन खरीदने आते हैं और वापस अपने शहर जाकर उन्हें प्रिंट करवा लेते हैं. पुरानी दिल्ली स्थित चावरी बाज़ार, एक ऐसा मार्केट है जहाँ आपको आपके जरूरत हिसाब से हर तरह के कार्ड मिल जायेंगे. दस रुपये से लेकर छः-सात सौ रुपये तक के शादियों के कार्ड इस मार्केट में उपलब्ध हैं.
यहाँ इस मार्केट में आपको शौपिंग अपने बजट के हिसाब से करनी पड़ेगी. अगर बजट की आपको चिंता नहीं है, तो यहाँ के बड़े बड़े शोरूम में आप जाकर कार्ड के डिजाईन देख सकते हैं. वो आपको खूब नए, वाइब्रेंट, इनोवेटिव और यूनिक कार्ड मिल जायेंगे जिनकी खूबसूरती बस देखते ही बनती है. ये बड़े कार्ड के शोरूम अलग से डिज़ाइनर भी हाइर कर के रखते हैं, जो कंटेंट और कार्ड डिजाईन के साथ साथ कार्ड पर खूबसूरत कोट्स, शायरी और कवितायें भी डिजाईन कर के देते हैं जिनके अलग से चार्जेज हैं.
कुछ दुकनों में मैंने देखा कि आजकल बॉक्स वाले कार्ड और कागज़ के थैले वाले कार्ड जिनपर रिबन लगाई होती है, उनका चलन ज्यादा है. ये कार्ड प्रीमियम कार्ड के केटेगरी में आते हैं, और इनकी कीमत तीस रुपये से शुरू होती है. इनके अलावा आजकल हार्डबाउंड कार्ड भी खूब पसंद किया जा रहा है, जिसका रूप किसी मैगज़ीन जैसा होता है. इसके पन्ने भी प्रीमियम क्वालिटी के होते हैं. एक शोरूम में बड़ा खूबसूरत हार्डबाउंड कार्ड दिखा जो सात पन्नों का था और उन सातों पन्नों में हिन्दू रीति रिवाज के सात फेरों का डिटेल्ड डिस्क्रिप्शन लिखा था. एक हार्डबाउंड कार्ड का कांसेप्ट ऐसा भी दिखा जिसमें हार्ड कार्ड पर लड़के-लड़की की प्री-वेडिंग तस्वीरें और उन तस्वीरों के साथ शायरी या कोट्स लिखे थे.
सबसे महंगे कार्ड वो लगे जो या तो हैण्डमेड पेपर या फिर प्रीमियम क्वालिटी के पेपर से बने थे जैसे टेक्स्चर्ड पेपर, मैटेलिक पेपर, कॉटन फाइबर पेपर, वेलम पेपर या लिनन पेपर जिनपर प्रिंटिंग का तरीका भी थोड़ा अलग सा था, जैसे डिजिटल प्रिंटिंग, टाइपोग्राफी या इन्ग्रैविंग. ये सब महंगे बजट के कार्ड हैं.
इस मार्केट में कुछ नए तरह के कार्ड भी दिखे जिसमें म्यूजिकल कार्ड, या स्क्रॉल कार्ड. स्क्रॉल कार्ड मुझे बड़े खूबसूरत लगे. जैसे पहले के ज़माने में राजा महराजाओं के फरमान होते थे, ठीक वैसे ही. एक शोरूम में चमड़े के पेपर से बना स्क्रॉल कार्ड देखने को मिला जो कि काफी महंगा था. यहाँ कार्ड के ऐसे बक्से भी दिखें जिसमें आप कार्ड के साथ साथ गेस्ट के लिए कुछ पर्सनलाइज्ड गिफ्ट भी रख सकते हैं. एक शोरूम में पर्सनलाइज्ड कार्ड भी दिखे जिसमें आप कार्ड के ऊपर अपने गेस्ट का नाम इन्ग्रैव करवा सकते हैं.
इन सब के इतर, अगर आप बजट में अपना कार्ड खरीदना चाहते हैं तो फिर बड़े शोरूम में ना जाकर चावरी बाज़ार की गलियों में एक बार घूम आईये. यहाँ चावरी बाज़ार में खूब छोटे छोटे मार्केट हैं जो गलियों में फैले दूर तक फैले हुए हैं. यहाँ भी आपको खूबसूरत डिजाईन के कार्ड आपके बजट में मिल जायेंगे. कार्ड का डिजाईन चुनना एक बड़ा काम है, इसलिए आप पूरे एक दिन का समय निकाल कर इस मार्केट में आईये.
वैसे लोगों के लिए भी चावरी बाज़ार में खूब अच्छे आप्शन हैं जिनका बजट बहुत ही कम है. उनके लिए यहाँ छोटे छोटे कार्ड के स्टाल बड़े बड़े शोरूम के आगे या मार्केट की गलियों के कोने में लगे हैं. यहाँ आपको पाँच से पंद्रह रुपये तक के भी खूबसूरत कार्ड मिल सकते हैं, और यहाँ से लेकर आप प्रिंटिंग करवा सकते हैं.
आमतौर पर कार्ड की कीमत प्रिंटिंग के बिना ही बताई जाती है. वैसे प्रिंटिंग की कीमत प्रति कार्ड छः या सात रुपये से ज्यादा नहीं आती.
चावरी बाजार कार्ड मार्केट जाने के लिए
अगर आप दिल्ली से वाकिफ हैं और पुरानी दिल्ली आते जाते रहते हैं तो आपको चावरी बाज़ार आने में कोई परेशानी नहीं होगी, लेकिन वो लोग जो दिल्ली से वाकिफ नहीं हैं, उन्हें बता दूँ कि चावरी बाज़ार जाने के लिए आपके पास तीन रास्ते हैं.
पहला रास्ता बड़ा आसन है, दिल्ली मेट्रो के येलो लाइन पर स्थित चावरी बाज़ार मेट्रो स्टेशन है. वहाँ आप मेट्रो से पहुँच जाइए. वहाँ से चावरी बाज़ार कार्ड मार्केट करीब पाँच-छः सौ मीटर दूर है. आप चाहे तो वहाँ से बैटरी वाले रिक्शा भी ले सकते हैं जो आपको दस रुपये में मार्केट तक पहुँचा देंगे, और आप चाहे तो नार्मल रिक्शा भी ले सकते हैं जो आम तौर पर बीस रुपये लेते हैं. आप पैदल भी जा सकते हैं मेट्रो स्टेशन से. चावरी बाज़ार मेट्रो से निकलने के बाद सीधे जो सड़क जामा मस्जिद के तरफ जाती है, उसी सड़क से आप आप सीधे कार्ड मार्केट पहुँच जायेंगे.
चावरी बाज़ार जाने का दूसरा रास्ता है चाँदनी चौक के तरफ से. अगर आप चाँदनी चौक की तरफ से आ रहे हैं, तो नई सड़क पकड़ कर आप सीधा चावरी बाज़ार आ सकते हैं. जहाँ नई सड़क खत्म होती हैं, वहीं से चावरी बाज़ार शुरू होती है.
चाँदनी चौक से चावरी बाज़ार जाने का एक और रास्ता है, जो पराठे वाली गली से होते हुए किनारी बाज़ार से निकलता है और जामा मस्जिद होते हुए चावरी बाज़ार आप पहुँच सकते हैं. किनारी मार्केट वाले सड़क से जाने का फायदा ये है कि किनारी बाज़ार शादियों के सामान को खरीदने के लिए दिल्ली का सबसे बड़ा मार्केट है. यहाँ आपको दूल्हा-दुल्हन के सभी जरूरी सामान के साथ साथ, शादिओं के डेकोरेशन के तमाम चीज़ें मिल जायेंगी. आप अगर किनारी बाज़ार होते हुए जाते हैं तो मुमकिन है कि शादी के कार्ड के साथ साथ आपको बहुत सी ऐसी चीज़ मिल जायेंगी जिनके लिए आप इधर उधर भटकेंगे बाद में.
चाँदनी चौक या चावरी बाज़ार में पैदल चलें
चाँदनी चौक, या चावरी बाज़ार, दिल्ली के सबसे व्यस्तम मार्केट में से एक है. यहाँ आप अपनी गाड़ी लाने की तो सोचे भी नहीं. कम से कम चावरी बाज़ार में तो बिलकुल नहीं. कोशिश कीजिये यहाँ पैदल घुमने और खरीदारी करने का. चाँदनी चौक या चावरी बाज़ार में पैदल चलना सबसे आसन है और यकीन मानिए आपका समय खूब बचेगा अगर आप पैदल चलेंगे तो.
कुछ तस्वीरें चावरी बाज़ार की –
ये तो बहुत detail में सब जानकारी दे दिया है तुमने…गुड ऑब्जरवेशन !
Well written…
आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन ’एक पर एक ग्यारह – ब्लॉग बुलेटिन’ में शामिल किया गया है…. आपके सादर संज्ञान की प्रतीक्षा रहेगी….. आभार…
BAHUT UMDA