छोटे छोटे भाइयों(बहनों) के बड़े भैया

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कल शाम मैं IPL देख रहा था कि अचानक मेरी छोटी बहन निमिषा का एक SMS आया। वह SMS कुछ खास नहीं था, एक गीत की कुछ पंक्तियाँ उसमें थीं। पहले आइए सुन लें वह गीत कौन सा है, फिर आगे की कहानी बताता हूँ। 😊

छोटे छोटे भाइयों के बड़े भैया..आज बनेंगे किसी के सैयां ..
ढोल नगाड़े बजे शेहनाईयां..झूम के आयीं मंगल घड़ियाँ..
भाभी के संग होली में रंग गुलाल उड़ायेंगे,
आएगी जब जब दिवाली..मिल के दीप जलाएंगे..
चुनरी की कर देगी छैयां, आएगी बन के पुरवैयाँ..
 छोटे छोटे भाइयों के बड़े भैया….
झिलमिल हो गयी है अँखियाँ,याद आयीं बचपन की घड़ियाँ..
नए सफ़र में लग जाएँगी, प्यार की इनको हथकड़ियाँ..
जचते हैं कैसे देखो बड़े भैया..राम जी बिहाने चले सीता मईया..

हाँ, तो पहले यह बता दूँ कि यह गीत जिस फिल्म का है, वह फिल्म “हम साथ-साथ हैं” कई मायनों में हमारी पारिवारिक फिल्म है। पारिवारिक इस तरह से कि शायद हमारे घर में यह फिल्म 100-200 बार चल चुकी है। जब भी हमें फुरसत मिलती है और जब भी हम भाई-बहन साथ में बैठते हैं, तो यह फिल्म एक बार जरूर चल जाती है।

इस गीत के पीछे भी एक कहानी है। यह बात बहुत पुरानी है, शायद जब मैं 12वीं में था। अचानक मेरी बहन निमिषा ने कहा, “भैया, तुम्हारी शादी जब होगी तब हम यही गाना गाएँगे।” मैं सभी भाई-बहनों में सबसे बड़ा हूँ, तो उनका ऐसा कहना स्वाभाविक था। उस समय तो मैंने इसे मज़ाक में लिया और लगा कि निमिषा ने यूँ ही कह दिया होगा। लेकिन उस दिन से लेकर आज तक, निमिषा और मेरी बहनों की यह ख्वाहिश बढ़ती ही जा रही है कि “भैया की शादी में यह गाना जरूर गाएँगे।”
मुझे उनकी इस बात पर हँसी आती है—उनकी मासूमियत और ऐसी ख्वाहिशों पर।

इस फिल्म में एक और गीत है, जो “अन्ताक्षरी” टाइप का मेडली है, जिसके बोल हैं— “सुनो जी दुल्हन एक बात सुनो जी, अपने नए परिवार से मिलो जी।” इस गाने में सैफ अली खान और करिश्मा कपूर बाकी परिवार के सदस्यों की नकल करते हैं और उन पर गीत गाते हैं। मेरी बहनों ने तो यहाँ तक सोच लिया है कि “भैया की शादी में हम भी ऐसा ही कार्यक्रम करेंगे।” मेरी बहनों की और कितनी योजनाएँ हैं, इसका मुझे सही-सही अंदाज़ा नहीं है।

छठ पूजा के दिन यह फिल्म चलाना तो जैसे हम भाई-बहनों ने घर की परंपरा बना दिया है। मेरी तीनों बहनों और मुझे यह फिल्म बेहद प्रिय है। यह शायद एकमात्र ऐसी फिल्म है, जिसे मैं किसी भी समय और किसी भी मूड में देख सकता हूँ। जब भी मैं यह फिल्म देखता हूँ, तो तुरंत अपनी बहनों और खासकर निमिषा की याद आ जाती है।

इस फिल्म का एक और गीत है— “यह तो सच है कि भगवान है, है मगर फिर भी अनजान है। धरती पर रूप माँ-बाप का, उस विधाता की पहचान है।” यह गीत मुझे बेहद प्रिय है। इसीलिए, मैंने इस पोस्ट में इसी गीत का चित्र लगाया है।

वैसे मेरी कई बहनें हैं और भाइयों की भी अच्छी-खासी संख्या है। इसका अंदाज़ा आप इस बात से लगा सकते हैं कि हर साल राखी पर मेरे हाथ में करीब 8-10 राखियाँ बँधती हैं। यह संख्या और भी बढ़ सकती है, अगर सभी जगहों से (जहाँ-जहाँ मेरी बहनें रहती हैं) समय पर राखियाँ आ जाएँ।

हमारी जो गैंग है, उसमें चार सदस्य हैं—मैं, मेरी छोटी बहन ऋचा, निमिषा, और दीप्ति। हम चारों जब भी साथ होते हैं, तो पता नहीं क्या-क्या बातें करते हैं—इधर-उधर की, बिना सिर-पैर की, और बहुत ज़्यादा फालतू बातें। मेरी बहनें इतनी बोलती हैं कि हर बार मैं उनसे हार मान लेता हूँ। मेरी मामी और मम्मी भी यही कहती हैं, “तुम सब अप्पू को कितना परेशान करती हो!” लेकिन इन पर कोई असर नहीं होता और मुझे परेशान करने में ये कोई कसर नहीं छोड़तीं।

मेरी सबसे छोटी बहन ऋचा हमारी गैंग की लीडर है, और बाकी बहनें उसकी चेले। इसने अपना मास्टर्स पूरा कर लिया है, लेकिन जब भी बाकी बहनों के साथ होती है, तो इसके बड़े होने का कोई सबूत नहीं मिलता। बाकी सभी बहनें इसके इशारे पर नाचती हैं। मुझे परेशान करने की प्लानिंग यही बनाती है, और बाकी सब उसे अमल में लाती हैं।

दूसरी तरफ निमिषा, जिसने आज तक कोई दिमाग वाली बात नहीं की। मैंने कहना शुरू कर दिया है कि निमिषा का दिमाग 7-8 साल के बच्चे के बराबर है। निमिषा अभी 12वीं में है और पढ़ाई में अव्वल है। हमेशा क्लास में टॉप करती है, लेकिन सोचने-समझने का तरीका बच्चों जैसा है।

अब आती है मेरी सबसे प्यारी बहन दीप्ति। यह मुझे ज्यादा परेशान नहीं करती क्योंकि इसमें और मुझमें काफी समानताएँ हैं। यह सुलझी हुई और भावुक लड़की है। हालाँकि, ऋचा और निमिषा के साथ मिलकर यह भी मुझे परेशान करने में पीछे नहीं रहती।

जब भी मैं अपनी बहनों के साथ होता हूँ, मुझे बहुत अच्छा लगता है। उनकी बातें सुनकर और उनके साथ समय बिताकर मैं हमेशा तरोताजा महसूस करता हूँ।

निमिषा को मैंने वादा किया था कि यह पोस्ट लिखूँगा, तो उसे पूरा करते हुए…

Three sisters and one brother in frame

 

  1. bht bht bht achi post hai.. 🙂 🙂

    padhne me bht mazaa ayaa..! bt bht chota tha.. or bhi btana thaa aapko.. 🙂

  2. बहुत अच्छा लगा पढ़ कर ये वाला पोस्ट.काफी अच्छा लिखे हो अभिषेक.तुम्हारी सभी बहनों को मेरी तरफ से बहुत प्यार.

  3. bahut accha hai yaar main is ek cheej ko bahut miss karta hun. i have no sisters. well yaar abhishek u r very lucky u got such a nice sisters. aur jab itni tayyari chal rahi hai to jyaada intejaar mat karwana mere bhaiya ji. and yes sisters are so sweet give them love

  4. ये मेरा पहला comment है हिंदी मे.. 🙂 🙂
    मुझे पता है तुम्हें कितना परेशान और irritate करती है तुम्हारी बहन लेकिन ये भी जानती हूँ की u love them so much 🙂 🙂

    और वो गाने पे तो मैं कुछ comment नहीं करुँगी 🙂 :)..मेरा बहुत ही favourite गाना है वो और फिल्म में तो सलमान है तो awsum होना ही है..
    ये फिल्म इतनी ज्यादा अच्छी है की बस i love hum saath saath hain

  5. ab saadi kar bhi lo abhishek.baheno ke saath saath humein bhi tumhare saadi mein gana-nachne ka mauka mil jayega.waise mujhe to bulaoge hi na saadi mein apni??
    yaar bada maja aaya padh ke ye post..

  6. बहुत प्यारे से रिश्तों को जोड़ता हुआ बेहद प्यारा सा पोस्ट.. 🙂

    मेरी बहनों को ढेर सारा प्यार.. अरे भाई, तुम्हारी बहने मेरी भी तो बहने हुई ना.. 🙂

    वैसे एक बात बताता हूँ दोस्त, मुझे यह सिनेमा बहुत पकाऊ लगती है और मैंने एक बार भी नहीं देखा है.. ही ही ही.. 😀

  7. रिश्तो की गर्माहट लिए हुए थी ये फिल्म.. मैं भी कही बार देख चुका हूँ.. 'ये तो सच है कि भगवान है' मेरा भी फेवरेट गाना है.. और खासकर इस गाने के बीच आने वाला सीन जिसमे बहन बनी नीलम अचानक रोने लग जाती है.. बहुत टची सीन है.. ये बहने इतनी अच्छी क्यू होती है..?

  8. osum
    pehli baat to ye ki tumhari bahan sb bahut hi cute hain.

    aur unka ye sara planing mast hai ekdum..

    shadi kar lo abhishek ab der mat karo.
    ye movie hum saath saath hain..maine bhi kai baar dekha…..:)

  9. so sweet post…….maja aya padh ke….u are a great brother abhishek….luv ya 🙂
    and even i want invitation to your marriage soon…..;)

    toh ap kab bula rahe hein humein…….hum bhi to aapke baheno ka saath denge us gaane mein nachne mein………

    and only one thing is missing here….comments from all three sisters 🙂

    sabhi ko mera pyaar kehnaa

  10. HMMM….thnx….merriiiiiii innni taariff k liye n logon ko batane k liye ki hum teeno tumhen kitna padeshan karten hai………koi baat nahin…hota hai hota hai…ab tum hamare ghar k sabse SEEDHE bacche ho to kuch to side effect hoga na isska bhi……..

  11. aapki baat par koi shak to nahi tha…lekin RICHA ki comment padhne ke baad aapkii sachai par poora vishvaas ho gaya…..

    kabhi socha hai aapne ki bahne hi bhai ki shadi ko lekar itni utsahit ho saktin hain…bhai nahi….kyunki bhai ki shadi vidai khushi bhari hoti hai bahan kii shadi me nahi…

  12. नेहा जी ,बहन की शादी में भी एक अलग तरह का सुख और आनंद है.. हर भाई अपने बहन की शादी में उतना ही उत्साहित रहता है जितना एक बहन अपने भाई की शादी में…वो बात सही है की भाई की शादी में, दुल्हल घर में आती है और बहन की शादी में बहन दुसरे घर जाती है लेकिन खुशियाँ दोनों में एक सी रहती हैं…ये मेरा मानना है…शुक्रिया आपका अपने टिपण्णी दी..

  13. hello abhishek
    divya ke facebook link se yahan ka pta mila hume.

    apne bde khubsurti k sath apni baheno k bare me btaya hai.

    bht achha lga padh ke.ap khushnaseeb hain apko aisi bahene mili aur apki bahene khushnaseb hain ki apke jaisa bhai unhe mila

    🙂

    Anjali

  14. सुबह-सुबह आपके भाव पढ़े…… बहुत अच्छा लगा ,किस्मत वालों को ही इतनी प्यारी बहन और बहनों को भाई मिलते हैं …..आप लोगों का स्नेह बंधन ताउम्र बना रहे!
    सच में बेहद emotional post है ….

  15. प्रिय अभि,
    बहुत अच्छा लगा यह पोस्ट पढ़ कर…। भाई-बहनों के साथ बिताए गए ये आपसी पल एक धरोहर की तरह होते हैं, बहुत सम्हाल कर रखना इन्हें…।
    रिश्तों के फूल
    सजा कर रखना
    मुरझाए न ।

    प्रियंका

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