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Literature and Books
Read interesting & famous Hindi Literature books, articles, stories and poetries only at Meri Baatein. Here you can find huge collection of Hindi books and pdfs.
Books Review
Hindi Stories
Short Stories
Hindi Stories
धुआँ – गुलज़ार
Meri Baatein
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May 17, 2021
बात सुलगी तो बहुत धीरे से थी, लेकिन देखते ही देखते पूरे कस्बे में “धुआँ” भर गया। चौधरी की मौत सुबह चार बजे हुई...
Hindi Stories
दो आस्थाएँ – अमृतलाल नागर
Meri Baatein
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May 17, 2021
अरी कहाँ हो? इंदर की बहुरिया! - कहते हुए आँगन पार कर पंडित देवधर की घरवाली सँकरे, अँधेरे, टूटे हुए जीने की ओर बढ़ीं। इंदर...
Hindi Stories
यह कहानी नहीं – अमृता प्रीतम
Meri Baatein
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May 17, 2021
पत्थर और चूना बहुत था, लेकिन अगर थोड़ी-सी जगह पर दीवार की तरह उभरकर खड़ा हो जाता, तो घर की दीवारें बन सकता था।...
Hindi Stories
एक जीवी, एक रत्नी, एक सपना – अमृता प्रीतम
Meri Baatein
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May 17, 2021
पालक एक आने गठ्ठी, टमाटर छह आने रत्तल और हरी मिर्चें एक आने की ढेरी "पता नहीं तरकारी बेचनेवाली स्त्री का मुख कैसा था...
Short Stories
छोटा जादूगर – जयशंकर प्रसाद
Meri Baatein
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May 16, 2021
कार्निवल के मैदान में बिजली जगमगा रही थी। हंसी और विनोद का कलनाद गूंज रहा था। मैं खड़ा था उस छोटे फुहारे के पास,...
Hindi Stories
स्वर्ग के खंडहर में – जयशंकर प्रसाद
Meri Baatein
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May 16, 2021
वन्य कुसुमों की झालरें सुख शीतल पवन से विकम्पित होकर चारों ओर झूल रही थीं। छोटे-छोटे झरनों की कुल्याएँ कतराती हुई बह रही थीं।...
Hindi Stories
सिकंदर की शपथ – जयशंकर प्रसाद
Meri Baatein
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May 16, 2021
सूर्य की चमकीली किरणों के साथ, यूनानियों के बरछे की चमक से 'मिंगलौर'-दुर्ग घिरा हुआ है। यूनानियों के दुर्ग तोड़नेवाले यन्त्र दुर्ग की दीवालों...
Hindi Stories
ठाकुर का कुआँ – प्रेमचंद
Meri Baatein
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May 16, 2021
1 जोखू ने लोटा मुंह से लगाया तो पानी में सख्त बदबू आई । गंगी से बोला-यह कैसा पानी है ? मारे बास के पिया नहीं...
Hindi Stories
नसीहतों का दफ्तर – प्रेमचंद
Meri Baatein
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May 16, 2021
1 बाबू अक्षयकुमार पटना के एक वकील थे और बड़े वकीलों में समझे जाते थे। यानी रायबहादुरी के करीब पहुँच चुके थे। जैसा कि अकसर...
Hindi Stories
मैं ज़िन्दा रहूँगा – विष्णु प्रभाकर
Meri Baatein
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May 16, 2021
दावत कभी की समाप्त हो चुकी थी, मेहमान चले गये थे और चाँद निकल आया था। प्राण ने मुक्त हास्य बिखेरते हुए राज की...
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Latest news
भाभी – इस्मत चुग़ताई
May 17, 2021
जडें – इस्मत चुग़ताई
May 17, 2021
चौथी का जोडा – इस्मत चुग़ताई
May 17, 2021
नयी कहानी का प्लॉट – अज्ञेय
May 17, 2021
सभ्यता का एक दिन – अज्ञेय
May 17, 2021