Tag:Epic Times

सम इंट्रेस्टिंग ट्रेन जर्नीज़

बड़े दिनों से ब्लॉग पर कुछ भी नहीं लिख पा रहा था.. बहुत से आधे-अधूरे पोस्ट युहीं ड्राफ्ट में पड़े हुए होंगे, सोच रहे...

अमृतसर यात्रा – २ – वाघा बॉर्डर

जलियाँवालेबाग से निकलने के बाद हमने लंच किया और फिर वाघा बॉर्डर की तरफ निकल पड़े। वहाँ से निकलने के बाद भी मैं पूरी...

अमृतसर यात्रा – १ – जलियाँवाला बाग और स्वर्ण मंदिर

उन दिनों मैं दसवीं कक्षा में था। करीब दो महीने से मेरी तबियत खराब थी और मैं घर से बाहर नहीं निकलता था। मेरे...

सम मोस्ट इरिटेटिंग जर्नीज़

मेरी पहली ट्रेन यात्रा कब हुई, ये तो याद भी नहीं, लेकिन लंबी दूरी की पहली ट्रेन यात्रा 2002 के मई महीने में हुई...

फिर एक रात जो बहुत दिनों बाद आई

कभी-कभी सुख के पल उस वक्त आ धमकते हैं जब आप उसकी उम्मीद बिलकुल भी नहीं कर रहे होते हैं। पिछले कुछ दिनों से...

जगदम्बा स्थान और बैकटपुर मंदिर

जगदम्बा स्थान - पटना से करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर माँ जगदम्बा का एक बहुत ही प्रसिद्ध देवी स्थान है जहाँ प्रत्येक मंगलवार...

जन्मदिन के किस्से….कुछ पुरानी यादों के नशे में

आज छब्बीस जुलाई है। वैसे तो कुछ खास बात नहीं है, आम दिन जैसा ही दिन है, कुछ लोगों का जन्मदिन भी है आज,...

वो आखिरी दिन और युसूफ चाय दुकान

इंजीनियरिंग के एक्जाम का आखिरी दिन था। हम लोगों का सी.आई.पी (CIP) का पेपर था। वैसे तो सारे बड़े और मुख्य विषयों के पेपर...

Latest news

किस बरहमन ने कहा था कि ये साल अच्छा है?

इस साल का आखिरी दिन है ये, और इस साल का मेरा ये पहला और आखिरी ब्लॉग पोस्ट। इस...

वो जो रखते थे हम इक हसरत-ए-तामीर सो है

आज महीनों बाद ब्लॉग पर वापस आना हुआ है। आखिरी पोस्ट इस ब्लॉग पर मार्च की थी, और तब...

भाभी – इस्मत चुग़ताई

  भाभी ब्याह कर आई थी तो मुश्किल से पंद्रह बरस की होगी। बढवार भी तो पूरी नहीं हुई थी।...

Must read

भाभी – इस्मत चुग़ताई

  भाभी ब्याह कर आई थी तो मुश्किल से पंद्रह...

नयी कहानी का प्लॉट – अज्ञेय

रात के ग्यारह बजे हैं; लेकिन दफ़्तर बन्द नहीं...