Tag:Friends

कुछ पुरानी यादें, कुछ दोस्तों से मुलाकात

विश्व पुस्तक मेले में शनिवार का मेरा दिन कुछ अलग तरह से शुरू हुआ. आम तौर पर मेट्रो से आता था मैं, लेकिन शनिवार...

दिल्ली में बिता एक साल

वक़्त तो जैसे पंख लगाकर उड़ जाता है। देखते-देखते एक साल बीत जाता है और पता भी नहीं चलता। मुझे तो अब भी यकीन...

आई मिस यु बैंगलोर..वैरी मच

यार बैंगलोर, कैसे बताऊँ तुम्हें मैं किस तरह मिस कर रहा हूँ। एक तुम्ही तो थे जो मेरी तन्हाइयों में मेरे साथ रहे। मेरे...

फिर एक रात जो बहुत दिनों बाद आई

कभी-कभी सुख के पल उस वक्त आ धमकते हैं जब आप उसकी उम्मीद बिलकुल भी नहीं कर रहे होते हैं। पिछले कुछ दिनों से...

इंजीनियरिंग के वे दिन – कुछ और किस्से

आजकल बड़े अजीब-अजीब से सपने देख रहा हूँ। सबसे मजे की बात यह है कि इन दिनों वही सपने आ रहे हैं, जिनके पूरा...

“इंजीनियरिंग के वो दिन – कुछ और किस्से”

जब तक कॉलेज में रहा, कभी तन्हाई का अहसास नहीं हुआ। आसपास हमेशा ऐसे दोस्त रहे जिन्होंने कभी अकेला रहने नहीं दिया। वैसे तो...

इंजीनियरिंग के वो दिन – कुछ किस्से

आज (15 सितंबर) इंजीनियर्स डे है, भारत रत्न एम्. विश्वेश्वरैया के जन्मदिन पर मनाया जाता है ये दिन। एम्. विश्वेश्वरैया को इंजीनियरिंग में एक...

वो आखिरी दिन और युसूफ चाय दुकान

इंजीनियरिंग के एक्जाम का आखिरी दिन था। हम लोगों का सी.आई.पी (CIP) का पेपर था। वैसे तो सारे बड़े और मुख्य विषयों के पेपर...

Latest news

किस बरहमन ने कहा था कि ये साल अच्छा है?

इस साल का आखिरी दिन है ये, और इस साल का मेरा ये पहला और आखिरी ब्लॉग पोस्ट। इस...

वो जो रखते थे हम इक हसरत-ए-तामीर सो है

आज महीनों बाद ब्लॉग पर वापस आना हुआ है। आखिरी पोस्ट इस ब्लॉग पर मार्च की थी, और तब...

भाभी – इस्मत चुग़ताई

  भाभी ब्याह कर आई थी तो मुश्किल से पंद्रह बरस की होगी। बढवार भी तो पूरी नहीं हुई थी।...

Must read

छोटा जादूगर – जयशंकर प्रसाद

कार्निवल के मैदान में बिजली जगमगा रही थी। हंसी...

मोरा गोरा रंग लई ले – मेकिंग ऑफ़ अ सोंग(३)

मोरा गोरा रंग लई ले इस गीत का जन्म...