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Gulzar Sahab Ke Saath Kuch Lamhe
Films and Entertainment
मिर्ज्या – एक विसुअल और पोएटिक मास्टरपीस
जब से सुना था इस फिल्म के बारे में तब से ही काफी ज्यादा उत्सुकता थी. राकेश ओमप्रकाश मेहरा मेरे सबसे प्रिय डायरेक्टर में...
Meri Baatein
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October 12, 2016
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मेरी कहानी मेरे साथ खत्म हो जाएगी – कलाम साहब की कहानी गुलज़ार की ज़ुबानी
हज़ारों साल नरगिस अपनी बेनूरी पे रोती है बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदावार पैदा... सच ही तो है न...जब तक कोई दीदावार न...
Meri Baatein
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August 18, 2015
Films and Entertainment
जयमाला : गुलज़ार साहब के साथ कुछ लम्हें -१०
आज की ये ख़ास पोस्ट है, गुलज़ार साहब के जन्मदिन के मौके पर. सोचा तो था आज कुछ अपनी बात कहूँगा, कुछ गुलज़ार साहब...
Meri Baatein
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August 18, 2014
Films and Entertainment
मोरा गोरा रंग लई ले – मेकिंग ऑफ़ अ सोंग(३)
मोरा गोरा रंग लई ले इस गीत का जन्म वहाँ से शुरू हुआ जब विमल-दा (बिमल राय) और सचिन-दा (एस.डी.बर्मन) ने 'सिचुएशन' समझाई.कल्याणी (नूतन)...
Meri Baatein
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August 18, 2013
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गाने के बनने की कहानी, गुलज़ार साहब की ज़ुबानी – दूसरा भाग
अचानक से आज बैंगलोर की एक खूबसूरत शाम याद आ गयी.अपने बेहद करीबी दोस्त के साथ गरुड़ा मॉल के सी.सी.डी में बैठा हुआ था.बड़ी...
Meri Baatein
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February 8, 2012
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आईये, ग़ालिब और गुलज़ार साहब के साथ कुछ लम्हे बिताया जाये
हैं और भी दुनिया में सुखनवर बहुत अच्छे, कहते हैं कि गालिब का है अंदाज ए बयां और -गुलज़ार कभी कभी कोई रात फिल्म देखकर गुज़रती है...तो...
Meri Baatein
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December 27, 2011
Films and Entertainment
गुलज़ार साहब के साथ कुछ लम्हे (हैप्पी बर्थडे)
पुरे देश में अन्ना की हवा चल रही है.बैंगलोर भी इससे अछूता नहीं.यहाँ भी जगह जगह अन्ना के समर्थन में लोग घरों से बाहर...
Meri Baatein
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August 18, 2011
Films and Entertainment
गाने के बनने की कहानी, गुलज़ार साहब की ज़ुबानी
पिछले साल एक किताब पढ़ी थी.100 Lyrics : Gulzar.इस किताब में गुलज़ार साहब के चुने हुए १०० बेहतरीन गानों का संकलन है, और साथ...
Meri Baatein
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April 16, 2011
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May 17, 2021
भाभी – इस्मत चुग़ताई
भाभी ब्याह कर आई थी तो मुश्किल से पंद्रह बरस की होगी। बढवार भी तो पूरी नहीं हुई थी।...
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May 17, 2021
जडें – इस्मत चुग़ताई
सबके चेहरे उड़े हुए थे। घर में खाना तक न पका था। आज छठा दिन था। बच्चे स्कूल छोड़े,...
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May 17, 2021
चौथी का जोडा – इस्मत चुग़ताई
सहदरी के चौके पर आज फिर साफ - सुथरी जाजम बिछी थी। टूटी - फूटी खपरैल की झिर्रियों में...
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February 8, 2012
गाने के बनने की कहानी, गुलज़ार साहब की ज़ुबानी – दूसरा भाग
अचानक से आज बैंगलोर की एक खूबसूरत शाम याद...
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January 10, 2018
विश्व पुस्तक मेला, दिल्ली – मेरी नज़र से (1) – रिपोर्ट
हर साल की तरह इस साल भी विश्व पुस्तक...