Tag:Heros of India

याद कर लेना कभी हमको भी भूले भटके – बिस्मिल और अशफ़ाक़ की शायरी

अक्सर हम अब अपनी ज़िन्दगी में और बेवजह के मसलों में ऐसा उलझ कर रह जाते हैं, कि बहुत सी बातें हम भूलते चले...

तेईस मार्च को : भगत सिंह पर लिखी गयी कुछ कवितायें

उन दिनों जब भगत सिंह को फांसी की ख़बरें सुनाई जा रही थी, लोगों ने खूब कवितायेँ लिखी उनके लिए. खूब आलेख छपे भगत...

1965 के जंग के दौरान ली गयी लाल बहादुर शास्त्री की कुछ तस्वीरें

जय जवान जय किसान का नारा देने वाले भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की आज 114वीं जयंती है. लाल बहादुर शास्त्री जी ने...

सुखदेव और राजगुरु

शहीद दिवस पर सिर्फ भगत सिंह का नाम अकेले नहीं लिया जाता. जितने सम्मान और आदर के साथ हम भगत सिंह का नाम लेते...

गांधी संग्रहालय पटना में एक दिन – एक रिपोर्ट

बड़े दिनों से दिल कर  रहा था लेकिन कभी मौका नहीं मिल पा रहा था, इस बार फिर से अपने उसी दोस्त के साथ...

आज मैं पूरी तरह से सतुष्ट हूँ,पहले से कहीं अधिक – सुखदेव के नाम भगत सिंह का पत्र

सुखदेव और भगत सिंह दोनों अभिन्न साथी थे.उनकी मित्रता का आधार दोनों की अध्यन-शीलता थी.सुखदेव की संगठन-शक्ति अदभुत थी,पर उनमें मानसिक स्थिरता की कमी...

इन्कलाब जिन्दाबाद क्या है? – जानिये सरदार भगत सिंह के पत्र के माध्यम से

पिछले महीने एक किताब खरीदी - "सरदार भगत सिंह-पत्र और दस्तावेज". इस किताब में भगत सिंह के द्वारा लिखे गए पत्रों का संकलन है...

Latest news

भाभी – इस्मत चुग़ताई

  भाभी ब्याह कर आई थी तो मुश्किल से पंद्रह बरस की होगी। बढवार भी तो पूरी नहीं हुई थी।...

जडें – इस्मत चुग़ताई

  सबके चेहरे उड़े हुए थे। घर में खाना तक न पका था। आज छठा दिन था। बच्चे स्कूल छोड़े,...

चौथी का जोडा – इस्मत चुग़ताई

  सहदरी के चौके पर आज फिर साफ - सुथरी जाजम बिछी थी। टूटी - फूटी खपरैल की झिर्रियों में...

Must read

किताबों का खोता अस्तित्व – एक आदत जो हम भूल चुके हैं

बहुत पहले की बात है, किसी अखबार या पत्रिका...

अपना-पराया – हरिशंकर परसाई

  अपना पराया एक लघु व्यंग है जो हमारी...