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Poems
Personal Blog
हरि रूठे गुरु ठौर है, गुरु रुठै नहीं ठौर : शिक्षक दिवस पर खास
आज शिक्षक दिवस है, यह दिन भारत के प्रथम उप-राष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती 5 सितंबर को, उनके याद में...
Meri Baatein
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September 5, 2019
Books Review
कुछ ख़्वाब…कुछ ख्वाहिशें – समीक्षा कविताओं की
जनवरी में अमित भैया (अमित श्रीवास्तव) -निवेदिता भाभी (निवेदिता श्रीवास्तव) की किताब कुछ ख्वाब कुछ ख्वाहिशें प्रकाशित होकर आई. इस किताब के...
Meri Baatein
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June 5, 2016
Books Review
ज़िन्दगी और गुलाब – प्रेम गुप्ता मानी की कवितायें
मुझे भले अच्छी कवितायें लिखनी नहीं आती और नाही मुझे खुद की कवितायें ज्यादा पसंद कभी आई हैं...लेकिन कविताओं को पढ़ता खूब हूँ मैं,...
Meri Baatein
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March 20, 2015
Personal Blog
गली क़ासिम में आकर – ग़ालिब की गलियों में घूमते हुए
गली क़ासिम में आकर , तुम्हारी ड्योढ़ी पे रुक गया हूँ मिर्ज़ा नौशा तुम्हे आवाज़ दूँ , पहले , चली जाएँ ज़रा , परदे में उमराव ,...
Meri Baatein
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December 27, 2014
Articles
मीना कुमारी, एक अदाकारा, एक शायरा – एक एहसास
मीना जी चली गईं..कहती थीं - राह देखा करेगा सदियों तक, छोड़ जाएंगे यह जहां तन्हा ...और जाते हुए सचमुच सारे जहान को तन्हा कर गईं; एक...
Meri Baatein
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August 1, 2012
Books Review
रसिया व् स्पोमिन्नानियाख – स्मृतियों में रूस
'स्मृतियों में रूस' को लेकर मैं बहुत पहले से काफी उत्साहित था.शायद आजतक मैं किसी भी किताब को लेकर इतना उत्साहित कभी नहीं रहा.इसकी...
Meri Baatein
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January 30, 2012
Films and Entertainment
गुलज़ार साहब के साथ कुछ लम्हे (हैप्पी बर्थडे)
पुरे देश में अन्ना की हवा चल रही है.बैंगलोर भी इससे अछूता नहीं.यहाँ भी जगह जगह अन्ना के समर्थन में लोग घरों से बाहर...
Meri Baatein
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August 18, 2011
Personal Blog
चेहरे – सामाज और लोगों पर लिखी एक कविता
इतने चेहरे नज़र आते हैं सड़कों पे, किसी के चेहरे पे है खुशी तो किसी के चेहरे पे निराशा हँसते हुए चेहरे को देख, अक्सर हम समझते हैं...
Meri Baatein
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April 7, 2011
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Latest news
Hindi Stories
May 17, 2021
भाभी – इस्मत चुग़ताई
भाभी ब्याह कर आई थी तो मुश्किल से पंद्रह बरस की होगी। बढवार भी तो पूरी नहीं हुई थी।...
Hindi Stories
May 17, 2021
जडें – इस्मत चुग़ताई
सबके चेहरे उड़े हुए थे। घर में खाना तक न पका था। आज छठा दिन था। बच्चे स्कूल छोड़े,...
Hindi Stories
May 17, 2021
चौथी का जोडा – इस्मत चुग़ताई
सहदरी के चौके पर आज फिर साफ - सुथरी जाजम बिछी थी। टूटी - फूटी खपरैल की झिर्रियों में...
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Personal Blog
May 28, 2007
मेरे बारे में कुछ जाने…आखिर हूँ कौन मैं 😉
This is a short Introduction of Me अभी 27-June-2010 को...
Articles
May 11, 2021
विकसित होती लघुकथा इससे भी आगे बढ़ेगी – विष्णु प्रभाकर
मित्रो! लघुकथा के बारे में इतना कुछ कह दिया गया...