Tag:Raghuveer Sahay (Author and Poet)

रास्ता इधर से है – रघुवीर सहाय

  वह एक वाहियात दिन था। सब कुछ शांत था - यहाँ, इस कमरे में जहाँ किसी के चलने की भी आवाज नहीं सुनाई पड़...

सीमा के पार का आदमी – रघुवीर सहाय

युद्ध-विराम हो चुका था। यह दोनों देशों के इतिहास में गपतालीसवाँ युद्ध-विराम था। हर बार की तरह पड़ोसी शत्रु को कुचलकर रख देने के...

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भाभी – इस्मत चुग़ताई

  भाभी ब्याह कर आई थी तो मुश्किल से पंद्रह बरस की होगी। बढवार भी तो पूरी नहीं हुई थी।...

जडें – इस्मत चुग़ताई

  सबके चेहरे उड़े हुए थे। घर में खाना तक न पका था। आज छठा दिन था। बच्चे स्कूल छोड़े,...

चौथी का जोडा – इस्मत चुग़ताई

  सहदरी के चौके पर आज फिर साफ - सुथरी जाजम बिछी थी। टूटी - फूटी खपरैल की झिर्रियों में...

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आत्मा की आवाज़ – कमलेश्वर

  मैं अपना काम खत्म करके वापस घर आ गया...

मेरी कहानी मेरे साथ खत्म हो जाएगी – कलाम साहब की कहानी गुलज़ार की ज़ुबानी

हज़ारों साल नरगिस अपनी बेनूरी पे रोती है  बड़ी मुश्किल...