Blogger
Facebook
Instagram
Home
Personal Blog
Articles
Films
Search
Home
Personal Blog
Articles
Films
More
Search
Tag:
Short Stories
Hindi Stories
छोटा जादूगर – जयशंकर प्रसाद
कार्निवल के मैदान में बिजली जगमगा रही थी। हंसी और विनोद का कलनाद गूंज रहा था। मैं खड़ा था उस छोटे फुहारे के पास,...
Meri Baatein
-
May 16, 2021
Hindi Stories
चोरी का अर्थ – विष्णु प्रभाकर
एक लम्बे रास्ते पर सड़क के किनारे उसकी दुकान थी। राहगीर वहीं दरख्तों के नीचे बैठकर थकान उतारते और सुख-दुख का हाल पूछता। इस...
Meri Baatein
-
May 16, 2021
Hindi Stories
पानी की जाति – विष्णु प्रभाकर
बी.ए. की परीक्षा देने वह लाहौर गया था। उन दिनों स्वास्थ्य बहुत ख़राब था। सोचा, प्रसिद्ध डा0 विश्वनाथ से मिलता चलूँ। कृष्णनगर से वे...
Meri Baatein
-
May 16, 2021
Hindi Stories
शेर की गुफा में न्याय – शरद जोशी
इमरजेंसी पर व्यंग के माध्यम से शरद जोशी का एक और तीखा कटाक्ष. 'शेर की गुफा में न्याय' लघुकथा के माध्यम से शरद...
Meri Baatein
-
May 16, 2021
Hindi Stories
बुद्धिजीवियों का दायित्व – शरद जोशी
इमरजेंसी के वक़्त लिखी गयी शरद जोशी की ये लघुकथा सीधा कटाक्ष करती है, अभिव्यक्ति की आज़ादी विषय पर - 'यों मैं स्वतंत्र...
Meri Baatein
-
May 16, 2021
Hindi Stories
साम्यवाद – सआदत हसन मंटो
वह अपने घर का तमाम ज़रूरी सामान एक ट्रक में लदवाकर दूसरे शहर जा रहा था। रास्ते में कुछ लोगों ने उसे देखा और ट्रक...
Meri Baatein
-
May 16, 2021
Hindi Stories
सफ़ाई पसन्दी – सआदत हसन मंटो
गाड़ी रुकी हुई थी। तीन बन्दूकची रेल के एक डिब्बे के पास आए। खिड़की में से भीतर झाँककर उन्होंने डिब्बे में बैठे मुसाफिरों से पूछा —...
Meri Baatein
-
May 16, 2021
Hindi Stories
रसोई घर और पाखाना – हरिशंकर परसाई
रसोई घर और पखाना - हरिशंकर परसाई का एक तगड़ा कटाक्ष - समाज के झूठे प्रतिष्ठा, ऊँच नीच और भेद भाव को दिखाती...
Meri Baatein
-
May 12, 2021
1
2
Page 1 of 2
Latest news
Hindi Stories
May 17, 2021
भाभी – इस्मत चुग़ताई
भाभी ब्याह कर आई थी तो मुश्किल से पंद्रह बरस की होगी। बढवार भी तो पूरी नहीं हुई थी।...
Hindi Stories
May 17, 2021
जडें – इस्मत चुग़ताई
सबके चेहरे उड़े हुए थे। घर में खाना तक न पका था। आज छठा दिन था। बच्चे स्कूल छोड़े,...
Hindi Stories
May 17, 2021
चौथी का जोडा – इस्मत चुग़ताई
सहदरी के चौके पर आज फिर साफ - सुथरी जाजम बिछी थी। टूटी - फूटी खपरैल की झिर्रियों में...
Must read
Hindi Stories
May 16, 2021
साम्यवाद – सआदत हसन मंटो
वह अपने घर का तमाम ज़रूरी सामान एक ट्रक...
Articles
January 10, 2018
विश्व पुस्तक मेला, दिल्ली – मेरी नज़र से (1) – रिपोर्ट
हर साल की तरह इस साल भी विश्व पुस्तक...